एक नई आस में, एक नई तलाश में..

भुलाकर अपना बीता कल, बचाकर अपनी थोड़ी सी अकल, आज इस सुबह मै हू एक नई आस में, एक नई तलाश मे। आस भी स्वयं से है और, है तलाश भी स्वयं की ।